सूरज से कोई भेदभाव न करके सबको समान रूप से देखना सीखा है मैंने। सूरज से कोई भेदभाव न करके सबको समान रूप से देखना सीखा है मैंने।
सबके नफरत करने से अच्छा है कि, हम सबको प्यार करें। सबके नफरत करने से अच्छा है कि, हम सबको प्यार करें।
दिल भारी क्यों करना है यारो जो भी होगा देखा जाएगा यारो। दिल भारी क्यों करना है यारो जो भी होगा देखा जाएगा यारो।
फ़लक से आये फ़रिश्ता को भी ज़मीं पर इश्क़ की ज़िद लगी है। फ़लक से आये फ़रिश्ता को भी ज़मीं पर इश्क़ की ज़िद लगी है।
घर पर रहा जाए ना जाए ना जाए ना ओ रे कोरोना रे। घर पर रहा जाए ना जाए ना जाए ना ओ रे कोरोना रे।
बिना मुस्कान की जिन्दगी जिन्दगी नहीं। बिना मुस्कान की जिन्दगी जिन्दगी नहीं।